संसदीय विशेषाधिकार( Parliamentary Privileges )
- Vaid's ICS, Lucknow
- 01, Jul 2021
संसदीय विशेषाधिकार( Parliamentary Privileges )
G.S. Paper - II
संदर्भ:
विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर संसदीय स्थायी समिति के अध्यक्ष, कांग्रेस नेता जयराम रमेश द्वारा समिति की बैठक की कार्यवाही के बारे में “मिथ्या और हानिकारक” रिपोर्टिंग करने हेतु ‘टाइम्स नाउ’ समाचार चैनल के खिलाफ ‘विशेषाधिकार प्रस्ताव’ (Privilege Motion) पेश किया गया है।
‘संसदीय विशेषाधिकार’ क्या होते हैं?
संसदीय विशेषाधिकार (Parliamentary Privileges), संसद सदस्यों को, व्यक्तिगत और सामूहिक रूप से, प्राप्त कुछ अधिकार और उन्मुक्तियां होते हैं, ताकि वे “अपने कार्यों का प्रभावी ढंग से निर्वहन” कर सकें।
- संविधान के अनुच्छेद 105 में स्पष्ट रूप से दो विशेषाधिकारों का उल्लेख किया गया है। ये हैं: संसद में वाक्-स्वतंत्रता और इसकी कार्यवाही के प्रकाशन का अधिकार।
- संविधान में विनिर्दिष्ट विशेषाधिकारों के अतिरिक्त, सिविल प्रक्रिया संहिता, 1908 में सदन या उसकी समिति की बैठक के दौरान तथा इसके आरंभ होने से चालीस दिन पूर्व और इसकी समाप्ति के चालीस दिन पश्चात सिविल प्रक्रिया के अंतर्गत सदस्यों की गिरफ्तारी और उन्हें निरुद्ध किए जाने से स्वतंत्रता का उपबंध किया गया है।
विशेषाधिकार हनन के खिलाफ प्रस्ताव:
सांसदों को प्राप्त किसी भी अधिकार और उन्मुक्ति की अवहेलना करने पर, इस अपराध को विशेषाधिकार हनन कहा जाता है, और यह संसद के कानून के तहत दंडनीय होता है।
- किसी भी सदन के किसी भी सदस्य द्वारा विशेषाधिकार हनन के दोषी व्यक्ति के खिलाफ एक प्रस्ताव के रूप में एक सूचना प्रस्तुत की जा सकती है।
लोकसभा अध्यक्ष / राज्य सभा अध्यक्ष की भूमिका:
विशेषाधिकार प्रस्ताव की जांच के लिए, लोकसभा अध्यक्ष / राज्य सभा अध्यक्ष, पहला स्तर होता है।
- लोकसभा अध्यक्ष / राज्यसभा अध्यक्ष, विशेषाधिकार प्रस्ताव पर स्वयं निर्णय ले सकते हैं या इसे संसद की विशेषाधिकार समिति के लिए संदर्भित कर सकते हैं।
- यदि लोकसभा अध्यक्ष / राज्यसभा अध्यक्ष, संगत नियमों के तहत प्रस्ताव पर सहमति देते हैं, तो संबंधित सदस्य को प्रस्ताव के संदर्भ में एक संक्षिप्त वक्तव्य देने का अवसर दिया जाता है।
प्रयोज्यता:
- संविधान में, उन सभी व्यक्तियों को भी संसदीय विशेषाधिकार प्रदान किए गए है, जो संसद के किसी सदन या उसकी किसी समिति की कार्यवाही में बोलने और भाग लेने के हकदार हैं। इन सदस्यों में भारत के महान्यायवादी और केंद्रीय मंत्री शामिल होते हैं।
- हालांकि, संसद का अभिन्न अंग होने बावजूद, राष्ट्रपति को संसदीय विशेषाधिकार प्राप्त नहीं होते हैं। राष्ट्रपति के लिए संविधान के अनुच्छेद 361 में विशेषाधिकारों का प्रावधान किया गया है।
गंगा नदी घाटी के हिमनद झील एटलस
G.S. Paper-III
संदर्भ:
- हाल ही में गंगा नदी घाटी के हिमनद झील एटलस (Glacial Lake Atlas of Ganga River Basin) का विमोचन किया गया है।
- हिमनद झील एटलस (Glacial Lake Atlas) का इस्तेमाल जलवायु परिवर्तन प्रभाव का विश्लेषण करने और आपदा न्यूनीकरण योजना बनाने में होगा।
प्रमुख बिन्दु
- भारत सरकार के जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण विभाग सचिव ने हाल ही में ऑनलाइन कार्यक्रम में गंगा नदी घाटी के हिमनद झील एटलस, जिसे ग्लेशियल लेक एटलस भी कहा जाता है, का विमोचन किया है।
- यह हिमनद झील एटलस गंगा नदी घाटी से पैदा होने वाली हिमनद झीलों पर आधारित है जो इसके उद्गम स्थल से लेकर हिमालय की तलहटी तक 2,47,109 वर्ग किमी के जलग्रहण क्षेत्र को कवर करती हैं।
- गंगा नदी बेसिन के अध्ययन में भारत का हिस्सा और सीमा पार क्षेत्र भी शामिल है।
- यह एटलस एनआरएससी, इसरो के भुवन पोर्टल (https://bhuvan.nrsc.gov.in/nhp/), इंडिया डब्ल्यूआरआईएस पोर्टल (www.indiawris.gov.in) और जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण विभाग की एनएचपी वेबसाइट (www.nhp.mowr.gov.in) पर भी उपलब्ध है।
गंगा नदी
- गंगा, एशिया की एक सीमा-पार नदी है जो भारत और बांग्लादेश से होकर बहती है।
- गंगा नदी का न सिर्फ़ सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व है बल्कि भारत की 40% आबादी गंगा नदी पर निर्भर है।
- गंगा नदी का उद्गम भारतीय राज्य उत्तराखंड में पश्चिमी हिमालय में है।
- यह नदी दक्षिण और पूर्व में उत्तर भारत के गंगा के मैदान व बांग्लादेश में बहती हुई बंगाल की खाड़ी में गिरती है।
- गंगा नदी हिंदुओं के लिए सबसे पवित्र नदी है। यह उन लाखों भारतीयों के लिए एक जीवन रेखा है जो इस पर अपनी दैनिक जरूरतों के लिए इस पर निर्भर हैं।
- इस नदी को हिंदू धर्म में देवी गंगा के रूप में पूजा जाता है।
- वर्तमान में गंगा नदी गंभीर प्रदूषण से खतरे में है। यह न केवल इंसानों के लिए बल्कि जानवरों के लिए भी खतरा पैदा करता है।
- गंगा नदी मछली की लगभग 140 प्रजातियों और उभयचरों की 90 प्रजातियों का घर है। नदी में सरीसृप और स्तनधारी भी शामिल हैं, जिनमें घड़ियाल और दक्षिण एशियाई नदी डॉल्फ़िन जैसी गंभीर रूप से लुप्तप्राय प्रजातियां शामिल हैं।
नमामि गंगे परियोजना
- राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (National Mission for Clean Ganga) अथवा नमामि गंगे परियोजना को वर्ष 2014 में शुरू किया था।
- भारत सरकार ने गंगा नदी के प्रदूषण को समाप्त करने और नदी को पुनर्जीवित करने के लिए नमामि गंगे परियोजना को शुरू किया गया है अर्थात इस परियोजना का उद्देश्य गंगा नदी को स्वच्छ बनाना तथा इसके संरक्षण के लिए कार्य करना है।
- नमामि गंगे परियोजना का क्रियान्वयन केंद्रीय जल संसाधन,नदी विकास और गंगा कायाकल्प मंत्रालय द्वारा किया जा रहा है।
- नमामि गंगे परियोजना में डिजिटल एलिवेशन मॉडल (डीईएम) तकनीक का उपयोग भी किया जा रहा है , जो सटीक डेटा संग्रह सुनिश्चित करता है ।
प्री के लिए महत्वपूर्ण तथ्य
कड़कनाथ (KADAKNATH)
कड़कनाथ या काली मासी, पश्चिमी मध्य प्रदेश के झाबुआ और धार जिलों में पाई जाने वाले मुर्गों की एक नस्ल है।
- वर्ष 2017 में इसके लिए GI टैग प्रदान किया गया था।
- यह अपने काले मांस के लिए काफी लोकप्रिय है और मांस की गुणवत्ता, बनावट, स्वाद और उत्कृष्ट औषधीय मूल्यों के लिए प्रसिद्ध है।
- इसके मांस में कम कोलेस्ट्रॉल और प्रोटीन की उच्च मात्रा पाई जाती है।
ल्युव्र संग्रहालय (Louvre museum)
यह पेरिस में स्थित दुनिया का सबसे बड़ा ‘कला संग्रहालय’ है।
- यह दुनिया में सबसे ज्यादा देखा जाने वाला संग्रहालय भी है।
- इस संग्रहालय में ‘मोनालिसा’ की क्लासिक पेंटिग रखी हुई है, जिसका दुनिया भर के सांस्कृतिक संगठन और कला प्रेमी प्रदर्शनी के तौर में देखना पसंद करते हैं।
चर्चा का कारण:
कला इतिहासकार और क्यूरेटर ‘लॉरेंस डेस कार्स’(Laurence des Cars), ल्युव्र संग्रहालय के 228 साल के इतिहास में इसकी अध्यक्ष नियुक्त होने वाली पहली महिला बन गई हैं